राजस्थान का भूगोल
पार्ट - प्रथम
राजस्थान का सामान्य परिचय
राजस्थान : - राज० एक भौतिक प्रदेश है ,जो प्रशासनिक दृष्टि से भारतीय संघ का राज्य है ।
राजस्थान को संवैधानिक दृष्टि से राज्य का दर्जा 26 जनवरी 1950 को दिया । राजस्थान को राज्य का दर्जा पी.सत्यनारायण राव समिति की सिफारिश पर मिला । राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवंबर 1956 को एकीकरण के सातवे चरण में आया ।
(वर्तमान राजस्थान के अजमेर मेरवाड़ा को भी 26 जनवरी 1950 को अलग से राज्य का दर्जा दिया गया जिसकी विधानसभा का नाम - धारा सभा और सदस्यों को संख्या - 30 थी और इस राज्य के प्रथम और अंतिम मुख्यमंत्री के रूप श्री हरिभाऊ उपाध्याय थे ।)
राजस्थान की स्थापना 30 मार्च 1949 को हुई , इसी दिन 30 मार्च को राजस्थान स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
राजस्थान का नामकरण
प्राचीन नाम :-
ब्रह्मवर्त - ऋग्वेद में
मरूकांतर - रामायण में
राजपुताना - इस शब्द का प्रयोग सबसे पहले मौखिक रूप में जॉर्ज थॉमस ने 1800 ईस्वी में किया परन्तु इसका लिखित प्रमाण 1805 ईस्वी में विलियम फ्रैंकलिन की पुस्तक " द मिलिक्ट्री मेमोरियस ऑफ द मिस्टर जॉर्ज थॉमस", जिसका प्रकाशन लॉर्ड वेलेजली ने करवाया ।
राजस्थानादित्य :- यह नाम बसंतगढ़ शिलालेख में मिलता है ।
रायथान, राजवाड़ा , राजस्थान :- 1829 ईस्वी में कर्नल जेम्स टॉड ने अपनी पुस्तक " द एनल्स एंड एंटीक्विटी ऑफ राजस्थान " में मिलता है , इस पुस्तक का प्रकाशन विलियम क्रुक द्वारा करवाया गया ।
राजस्थान की स्थिति एवम विस्तार
विश्व के संदर्भ में राजस्थान की स्तिथी
राजस्थान विश्व के अनुसार उत्तर पूर्वी में, ईशान कोण में अवस्थित है । राजस्थान उत्तरी अक्षांश एवम पूर्वी देशांतर के मध्य है , राजस्थान विश्व के उत्तरी पूर्वी गोलार्द्ध में स्तिथ है ।
राजस्थान विश्व के कुल स्थलीय क्षेत्रफल के 0.25% भाग पर स्तिथ है ।
एशिया महाद्वीप के संदर्भ में राजस्थान की स्थिति
एशिया महाद्वीप के दक्षिण पश्चिम व नैऋतय कोणीय दिशा में है ।
भारत के संदर्भ में राजस्थान
राजस्थान भारत की उत्तर पश्चिम दिशा में और वायव्य कोणीय स्थिति में है ।
राजस्थान का अक्षांशीय और देशांतरीय विस्तार
राजस्थान का अक्षांशीय विस्तार
rjnewsjpr.net |
राजस्थान 23°3' उत्तरी अक्षांश से 30°12 उत्तरी अक्षांश के मध्य फैला हुआ है
23°3' उत्तरी अक्षांश बांसवाड़ा जिले की कुशलगढ़ तहसील के बोरकुंड गांव से 30°12' उत्तरी अक्षांश श्री गंगानगर जिले की श्री गंगानगर तहसील के कोना गांव तक है ।
राजस्थान का मध्यवर्ती अक्षांश 27° है ,जो राजस्थान के क्रमश जैसलमेर, फलोदी, जोधपुर ग्रामीण, दौसा, भरतपुर जिलें से गुजरता है ।
राजस्थान का कुल अक्षांशीय विस्तार
30°12' - 23°3' = 7°9'
राजस्थान का देशांतरीय विस्तार
राजस्थान 69°30' पूर्वी देशांतर जैसलमेर जिले की सम तहसील के कटरा गांव से 78°17' धौलपुर जिले की राजाखेड़ा तहसील के सिलाना गांव के मध्य है ।
राजस्थान का मध्यवर्ती देशांतर 74° पूर्वी देशांतर है जो क्रमशः श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चुरू, नागौर, अजमेर, ब्यावर, राजसमंद, उदयपुर, सलूंबर, डुंगरपुर, बांसवाड़ा जिलों से गुजरती है ।
राजस्थान का कुल देशांतरीय विस्तार
78°17' - 69°30' = 8°47'
राजस्थान का विस्तार
उत्तर से दक्षिण - 826 किलोमीटर
पूर्व से पश्चिम - 869 किलोमीटर
उत्तर पूर्व से दक्षिण पश्चिम - 786 किलोमीटर
उत्तर पश्चिम से दक्षिण पूर्व - 850 किलोमीटर
सामान्य दृष्टि से राजस्थान का मध्यवर्ती गांव - लामपोलाई गांव नागौर जिले में
सेटेलाइट सर्वे के अनुसार राजस्थान का मध्यवर्ती गांव - गगराना
राजस्थान का क्षेत्रफल व अंतरराष्ट्रीय सीमा
राजस्थान का कुल क्षेत्रफल:- 3,42,239 वर्ग किलोमीटर (1,32,140 वर्ग मील )
राजस्थान , भारत के कुल क्षेत्रफल का 10.41% भाग पर फैला हुआ है ।
राजस्थान की अंतरराष्ट्रीय और अंतर्राज्यीय सीमा
राजस्थान की कुल स्थलीय सीमा - 5920 किलोमीटर जिसमे 1070 किलोमीटर अंतराष्ट्रीय सीमा और 4850 किलोमीटर अंतर्राज्यीय सीमा है ।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा को रेडक्लिफ रेखा कहते है , जिसकी कुल लंबाई 3323 किलोमीटर है और इसका 32% भाग राजस्थान से लगता है ।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा :-
राजस्थान में रेडक्लिफ रेखा उत्तर में श्री गंगानगर जिले के हिंदुमलकोट से प्रारंभ होकर बाड़मेर जिले के बाखासर से लगती है ।
राजस्थान के 5 जिले रेडक्लिफ रेखा से लगते है जो क्रमशः श्रीगंगानगर, अनूपगढ़, बीकानेर , जैसेलमेर और बाड़मेर हैं , इनमे अनूपगढ़ नए जिला पाकिस्तान के साथ सीमा बनाते है ।
0 टिप्पणियाँ
कृपया सम्बन्धित पोस्ट को लेकर अपने सुझाव दें।