राजस्थान का भूगोल :- राजस्थान के भौतिक प्रदेश
राजस्थान एक भौतिक प्रदेश है , जिसके निर्माण की शुरआत से लेकर वर्तमान की भौतिक रूप के बारे में महत्त्वपूर्ण सारांश जो आपको राजस्थान राज्य की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बहुत मददगार साबित होगा ।
पृथ्वी का निर्माण
सर्वप्रथम पृथ्वी को उत्पत्ति सूर्य से मानी जाती है , जब पृथ्वी सूर्य से अलग हुई तो यह अत्याधिक गरम और तरल व गैसीय स्तिथि में एक पिण्ड के रूप में थी , इस पिंड को पैंजिया कहा गया , इसे पैंजिया नाम अल्फ्रेड वेगनर ने दिया ।
इस पैंजिया का विभाजन कार्बोनाइफैरिश काल में आज से लगभग 36 करोड़ वर्ष पूर्व में शुरू हुआ ।
ट्रॉयिसिक काल (लगभग 24.8 करोड़ वर्ष पूर्व )में पैंजिया दो भागों में विभाजित हो गया ।
उत्तरी भाग अंगारा लैंड और दक्षिणी भाग गोंडवाना लैंड के मध्य टैथिस सागर विद्यमान था ।
राजस्थान के भौतिक प्रदेश
राजस्थान के भौतिक स्वरूप को व्यक्तिगत और उच्चावच के आधार पर वर्गीकृत किया गया
व्यक्तिगत आधार पर राजस्थान को प्रोफेसर बी. सी.मिश्रा ने 7 भागों में और डॉक्टर रामलोचन ने 2 भागों में बांटा।
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प्रोफेसर बी. सी. मिश्रा के आधार पर
प्रोफेसर मिश्रा ने 1968 ईस्वी में राजस्थान का भूगोल नामक एक पुस्तक लिखी जिसमें राजस्थान को निम्नलिखित भागों में बांटा:-
- शुष्क प्रदेश
- अर्द्ध शुष्क प्रदेश
- उत्तरी नहरी क्षेत्र
- अरावली पर्वतमाला
- पूर्वी औद्योगिक क्षेत्र
- दक्षिण पूर्वी कृषि प्रदेश
- बीहड़ बेसिन क्षेत्र
डॉक्टर रामलोचन के आधार पर
डॉक्टर रामलोचन ने 1970 ईस्वी में राजस्थान को दो भौतिक प्रदेशों में बांटा जो निम्नलिखित हैं
- राजस्थान
- राजस्थान का पठार
डॉक्टर रामलोचन ने इन्ही दोनों भागों के 2-2 उपविभाजन किए
राजस्थान1. मरुस्थल ( जिसमे मुख्यत जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर को रखा ।)
2. बागर प्रदेश ( इसको घगघर का मैदान , शेखावाटी का अन्त प्रवाह क्षेत्र, नागौर की उच्च भूमि, गोडवान प्रदेश में बांटा।)
राजस्थान का पठार
1. अरावली पर्वतमाला
2. चंबल बेसिन प्रदेश
उच्चावच व अध्ययन के आधार पर राजस्थान के भौतिक प्रदेश
अध्ययन के आधार पर राजस्थान पर राजस्थान के भौतिक प्रदेशों को 4 भागों में बांटा गया है जो निम्न प्रकार हैं :-
- पश्चिमी मरुस्थलीय प्रदेश
- अरावली पर्वतमाला
- पूर्वी मैदानी प्रदेश
- हाड़ौती का पठार
राजस्थान के भौतिक प्रदेशों का तुलनात्मक ज्ञान :-
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2 टिप्पणियाँ
सर आप ऐसे ही शेयर करते है, आपके नोट्स बहुत ही मददगार हैं
जवाब देंहटाएंसर मैं भी आपके इन ब्लॉग की सहायता से अपनी पढ़ाई में बहुत मदद मिल रही है
जवाब देंहटाएंनई टिप्पणियों की अनुमति नहीं है.