राजस्थान कला और संस्कृति :- मुस्लिम, जैन , सिंधी और सिख धर्म के प्रमुख त्यौहार || Rajasthan Art and Culture:- Major festivals of Muslim, Jain, Sindhi and Sikh religions
राजस्थान कला और संस्कृति :- मुस्लिम, जैन , सिंधी और सिख धर्म के प्रमुख त्यौहार || Rajasthan Art and Culture:- Major festivals of Muslim, Jain, Sindhi and Sikh religion
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राजस्थान की कला और संस्कृति के तीसरे पार्ट में हम आपको मुस्लिम और सिख, जैन धर्म के प्रमुख त्योहारों के बारे में बताएंगे और इसी के साथ हमारे दो टॉपिक - कैलेंडर व राष्ट्रीय पंचांग और राजस्थान के त्यौहार पूरे हो जाएंगे , जिन्होंने अभी तक हमारे फर्स्ट और सेकेंड पार्ट को नहीं पढ़ा है तो आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके पहले इन पार्ट्स को पढ़ें और उसके बाद हमारे ब्लॉग पर बनें रहें।
इसे पैगंबर साहब के जन्म और इंतकाल की याद में मनाते हैं।
सब ए मेराज :-
हिजरी संवत् के रज्जब माह की 27 तारीख।
इस दिन पैगंबर सहाब को अल्लाह द्वारा नमाज़ भेट की थी ।
शब ए बारात :-
हिजरी संवत् के साबान माह की 14 तारीख।
इस दिन इस्लाम धर्म के लोग अल्लाह से पाप और गलती की माफी मांगते हैं।
शब ए कद्र :-
हिजरी संवत् के रमजान माह की 27 तारीख ।
इस दिन इस्लाम धर्म ग्रंथ कुरान को लिपिबद्ध लिखा गया ।
नोट:- रमजान माह की इस्लाम धर्म में पवित्र माह माना जाता हैं , इसके इस्लाम धर्म के लोग रोजा रखते हैं ।
ईद उल फितर :-
शब्बाल माह की 1 तारिख।
ईद का अर्थ है हर्ष, खुशी ।
इसे मीठी ईद भी बोला जाता हैं , इस दिन इस्लाम धर्म में सेवइयां और खीर बनाती हैं।
ईद उल जुहा :-
हिजरी संवत् के जिल्हिज़ माह की 10 तारीख।
इस दिन को इस्लाम धर्म में कुर्बानी का दिन भी बोला जाता है , इस दिन हाजियों की हज यात्रा पूरी होती है ।
इसे बड़ी ईद, बकरी ईद और कुर्बानियों का त्यौहार कहते हैं।
जैन धर्म के त्यौहार
ऋषभदेव जयंती :-
चैत्र कृष्णा नवमी
जैन धर्म पहले तीर्थंकर ऋषभदेव की जयंती ।
महावीर जयंती :-
चैत्र शुक्ला त्रियोदशी
जैन धर्म के 23 वे तीर्थंकर।
दसलक्षणा पर्व :-
जैन धर्म में यह पर्व का आयोजन तीन बार किया था है।
चैत्र, भाद्रपद और माघ माह की शुल्क पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है ।
पर्यूष्न पर्व :-
भाद्रपद कृष्णा द्वादशी से भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी।
यह 8 दिन तक चलने वाला पर्व है ।
रोट तीज :-
भाद्रपद शुक्ला तृतीया
सुगंध दशमी :-
भाद्रपद शुक्ला दशमी
पड़वा ढोक :-
आश्विन कृष्णा 1
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सिख धर्म के त्यौहार
लोहड़ी पर्व :-
13 जनवरी को मनाया जाता है ।
फसल पकने की खुशी में।
वैशाखी पर्व :-
13 अप्रैल को मनाया जाता है।
13 अप्रैल 1699 ईस्वी में गुरू गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थपाना की थी ।
गुरू नानक देव जयंती :-
कार्तिक पूर्णिमा
इसी दिन गुरु नानक देव जी सिख धर्म के संस्थापक का जन्म हुआ ।
गुरू गोविंद सिंह जयंती :-
पौष शुक्ला सप्तमी
इस दिन गुरु गोविंद सिंह का जन्म हुआ ।
सिंधी समाज के त्यौहार
चेटीचंड:-
चैत्र शुक्ला प्रतिपदा
इस दिन सिंधी समाज के भगवान झुलेलाल जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है ।
थदडी :-
भाद्रपद कृष्णा सप्तमी
इसे बडी सातम भी कहा जाता हैं।
इस दिन सिंधी समाज का बास्योडा होता हैं।
असूचण्ड पर्व :-
फाल्गुन शुक्ला चतुर्दशी
इस दिन भगवान झूलेलाल की पुण्यतिथि मनाई जाती है ।
आज के इस ब्लॉग के साथ राजस्थान कला और संस्कृति के त्यौहार पूर्ण हो गए हैं , हमें उम्मीद है की आपको हमारे प्रयास पसंद आ रहे है और हम आपसे आशा करते हैं की आप अधिक से अधिक हमारे ब्लॉग को शेयर करेंगे और कमेंट्स के मध्यम से अपने सुझाव देते रहेंगे।
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